माना बहुत बड़ा है
दर्द जो आंखों से
बहकर सारे वजूद को
डुबो देता है,
पर दर्द से भी बड़ा है -
विश्वास,
जो पक्षी के पंखों में पल
आकाश हो जाता है,
जो सीप की पलकों में
सिमट मोती हो जाता है,
विश्वास ,
जो लहरों के दिल में
मचल समंदर हो जाता है,
जो प्रेम का पिता बनकर
मसीहा हो जाता है ।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment