Sunday

मत लिखना....

मत लिखना,
इस निर्मम सदी का इतिहास।
जिसने मशीनों में प्राण तराशे हैं,
और जीवित इंसानों को
पुतलों में तब्दील कर दिया है
जिसने नदियों के उजले तन पर,
विष कलश उड़ेले हैं,
मौसम के सारे रंगों को
धूसर कर दिया है।
मत लिखना
इस निर्मम सदी का इतिहास।
जिसने अंगडाई लेती तरुनाई की
दूब पर अंगारे सुलगाये हैं,
बूढे दरख्तों की जड़ों को
गमलों का मोहताज बनाया है।
सदियों से दबी हुई आदिम वहशियत
के जीवाश्म को फिर जीवित कर,
खड़ा किया है ।
मत लिखना,
इस निर्मम सदी का इतिहास।
धकेल देना इसे किसी अंध कूप में
ताकि फिर कोई इसे जीवित न कर सके।